सामाजिक, श्रमिक नेता रहे, श्रमिक संघटन में पैंतीस वर्षों तक विभिन्न पदों पर कार्य किया। संघटन में सभी कार्यों में माहिर थे। उनकी काबिलियत को देखते हुए, परिषद नेता द्वारा उन्हें प्रवक्ता पद प्रदान किया गया। उन्होंने पद की जिम्मेदारी को बहुत अच्छी तरह से संभाला और विभागीय श्रमिक संघटन का वार्षिक शुल्क और वोट बैंक बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न संगोष्ठियों, सेमिनारों, व्याख्यानों, गैर मीटिंगों, आम सभाओं में भी उन्होंने वक्ता के रूप में जिम्मेदारी निभाई।रविशंकर पांडेय ने लगभग चालीस वर्षों तक रेलवे में सेवा की और जे.ई.ई. के पद से भोपाल मंडल से सेवा निवृत्त हुए। सेवा निवृत्ति के बाद, उन्होंने कहानियां और अन्य लेखन कार्य जारी रखा। जिला स्तर पर पावक चैनल के माध्यम से वे विभिन्न राजनीतिक, धार्मिक, पारिवारिक, सामाजिक और अन्य विषयों पर मोटिवेशनल वीडियो अपलोड करते रहे, जिन्हें हजारों श्रोताओं द्वारा पसंद किया गया।रविशंकर पांडेय ने 51 मोटिवेशनल कहानियों का संग्रह तैयार किया है, जो शिक्षाप्रद हैं। आपको इनका आनंद जरूर आएगा।